सही खानपान और एक्सरसाइज से 90% तक कम हो सकती हैं हार्ट प्रॉब्लम

Diet plan for heart problem

लाइफस्टाइल डेस्कः 29 सितंबर, विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसके पीछे का मकसद लोगों को हार्ट डिसीज के प्रति सचेत करना होता है। भारत में भी कई सारे अस्पतालों में हार्ट के मरीजों को बचाव हेतु सलाह दी जाती है। समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की जांच करवाकर काफी हद तक इस परेशानी से बचा जा सकता है। सिर्फ 10 प्रतिशत मरीजों को ही जरूरत पड़ती है सर्जरी की। बाकी के 90 परसेंट अगर डाइट कंट्रोल करें और रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज करें तो उन्हें हार्ट डिसीज से छुटकारा मिल सकता है।
चावल खाना कम करें
हार्ट पेशेंट्स के लिए डॉक्टरों की सलाह है कि उन्हें चावल कम से कम खाना चाहिए। किसी भी फॉर्म में तंबाकू का सेवन न करें। शराब न पीएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पानी पीएं। बीपी और शूगर हार्ट डिसीज के फर्स्ट स्टेज माने जाते हैं, इनके नियंत्रण में लापरवाही कतई न बरतें।

हार्ट डीसीज के फैक्ट्स एंड फिगर्स
1. दुनिया में हर साल 1.71 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हार्ट डिसीज के चलते होती है।
2. हार्टअटैक में भारत का नंबर सबसे पहला है। 35 से ऊपर की उम्र के लोगों को आ रहे हैं सबसे ज्यादा अटैक।
3. शहरी आबादी का 30 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों में आबादी का 15 प्रतिशत हिस्सा भारत में हार्ट पेशेंट हैं।
4. इस समय देश में हार्ट पेशेंट्स की संख्या लगभग 3 करोड़ 20 लाख।
5. लापरवाह लाइफस्टाइल है हार्ट पेशेंट्स बढ़ने की वजह।
6. देश में हर साल लगभग 1.50 लाख बायपास सर्जरी होती हैं।
7. डायबिटीज, तंबाकू सेवन और हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी भारतीयों में हार्ट पेशेंट्स के मामले बढ़ रहे हैं।
8. फैमिली प्रॉब्लम्स और प्रेग्नेंसी के दौरान सही डाइट न लेने से हर साल 2 लाख नवजात भी बन रहे हार्ट पेशेंट।

हार्ट प्रॉब्लम से बचना है तो ये करना ही होगा
1. रोज कम सेकम 30 मिनट वर्क आउट जरूर करें।
2. हैवी एक्सरसाइज की बजाए मॉर्निंग वॉक भी कर सकते हैं।
3. नमक जितना कम खाएं सेहत के लिए उतना ही अच्छा होगा।
4. ताजी सब्जियां और फल अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। फाइबर वाले फूड को डाइट में शामिल करें।
5. भूल जाएं तंबाकू, शराब और सिगरेट नाम की चीजें दुनिया में हैं।

6. साइकिलिंग या स्वीमिंग करें।
7. घंटों एक ही पोजिशन में बैठना दिल के लिए ठीक नहीं।
8. रोजाना 7 घंटेकी नींद जरूर लें।
9. बढ़ते वजन पर ध्यान दें।
10. ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल रखें।
11. ब्लड शुगर की नियमित जांच करवाते रहें।

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