Prithvi Mudra

Prithvi Mudra

Prithvi Mudra- अनामिका उंगली पृथ्वी  तत्व का प्रतिनिधित्व करती है।

 

सर्वप्रथम वज्रासन / पद्मासन या सुखासन में बैठ जाइए।
अब अनामिका उंगली के अग्र भाग को अंगूठे के अग्र भाग से स्पर्श कीजिए।
हाथों को घुटनो पर रखिए हथेलियों को आकाश की तरफ रखेंगे।
अन्य तीन उंगलियों को सीधा रखिए।
आँखे बंद रखते हुए श्वांस सामान्य बनाएँगे।
अपने मन को अपनी श्वांस गति पर केंद्रित रखिए।

लाभ-

     -शारीरिक कमज़ोरी  में लाभप्रद।
    -चेहरे पर चमक लाती है।
    -जीवन में मानसिक शांति व आनंद लाती है।