Ujjayi Pranayama
Ujjayi Pranayama- इस प्राणायाम को विक्टॉरियस या ऑशियन ब्रीद भी कहते हैं । इस अभ्यास के द्वारा साँसों पर विजय पा सकते हैं। यह अभ्यास थायरॉइड रोगिओं के लिए चमत्कारिक लाभ देता है।
विधि-
1-पद्मासन ,वज्रासन या सुखासन में बैठ जाइए। मेरूरज्जा अर्थात रीर (Spine) को सीधा रखेंगे। दोनो नासिका छिद्र से साँस को धीरे धीरे भारिए।
कंठ को संकुचित करते हुए गले से एक ध्वनि करेंगे जैसे एक बालक सोते समय हल्के खर्राटे लेता है या समुद्र के पास एक आवाज़ आती है और इसी ध्वनि के साथ साँस लेने के बाद बहुत धीमी गति से साँस को छोड़ देंगे।
2- इसी अभ्यास को बन्ध के साथ भी कर सकते हैं। साँस को पूरा भरने के बाद गर्दन को आगे की और झुकाएँगे । फिर वायु का बन्ध महसूस करेंगे और फिर सिर्फ़ बाईं नासिका से साँस को निकाल देंगे।
लाभ-
-मन को शांत कर तनाव दूर करता है।
-फेफड़ों को मजबूत करता है और खून का संचार तेज करता है।
-हृदय रोगिओं के लिए बहुत लाभकारी है।
-अस्थमा के रोगिओं के लिए लाभप्रद।
-खर्राटे बंद करता है।
-उच्च रक्तचाप को ठीक करता है।
साबधानियाँ - किसी भी प्रकार की सर्जरी के रोगी योग शिक्षक की देख रेख में ही करें