Sadanta Pranayama
Sadanta Pranayama- यह अभ्यास कूलिंग प्राणायाम के अंतर्गत आता है। इन अभ्यासों को गर्मी के मौसम में ही करना चाहिए।
विधि-पद्मासन ,वज्रासन या सुखासन में बैठ जाइए। मेरूरज्जा अर्थात रीर (Spine) को सीधा रखेंगे। अब दोनो दाँतों को मिलाइए और जीभ को दाँतों के पीछे लगा लीजिए , दांतो के बीच के छिद्रों से साँस को भरिये ।साँस भरने के बाद मुख बंद कर लीजिए। अब मुहु ,तालु व कंठ में ठंडक महसूस कीजिए ।अब साँस को नासिका द्वारा धीरे से निकाल दीजिए।
इसी तरह 10-12 बार कर सकते हैं।
लाभ- यह अभ्यास शरीर में ठंडक पैदा करता है व अत्यधिक प्यास को कम करता है ।प्रतिदिन इस अभ्यास को गर्मियों में करने से गर्मी कम लगती है ।शरीर का तापमान संतुलित रहता है।
साबधानियाँ - खुले सॉफ जगह पर ही इसका अभ्यास करें धूल वाले स्थान से बचें।