Maha Bandha

Maha Bandha-

विधि- किसी भी आसन में बैठ जाइए। सर्वप्रथम जालंधर बाँध लगाइए। तत्पस्चात उद्दियान बँध और मूल बँध लगाइए ।निम्न चक्रो पर अपनी चेतना को लगाइए। मूलाधार ,मणिपुर और विशुधि चक्र पर एकाग्रता बनाएँगे। कुछ देर कुम्भक की सुखद स्थिति का आनंद लीजिए। तत्पस्चात अब मूलबंध शिथिल कीजिए ।उसके बाद उद्दियान बँध को शिथिल करेंगे ।अंत में जालंधर बँध को हटाइए। धीरे धीरे पूरक कीजिए अर्थात साँस लेते हुए। अब सामान्य साँस के साथ आराम पुनः फिर दोहरा सकते हैं।

सावधानियाँ- योग शिक्षक के निर्देशन में ही करें।

लाभ- योग साधको के लिए चमत्कारिक अभ्यास है। चक्रो को ऊर्जित करता है ।मन को शांत कर एकाग्र करता है ।शर्रीर और मन को एक नयी ऊर्जा का अनुभव कराता हैं।