Uddiyana Bandha

Uddiyana Bandha -

विधि- इस बँध को खड़े और बैठने  दोनो में किया जा सकता है इस बँध  में पेट की मासपेशयों का परिचालन होता है किसी भी आसन सुखासन या पद्मासन में बैठ जायें हाथों को घुटनो पर रखें शरीर को हल्का सा आगे की ओर झुकाते हुए साँस को पूरी तरह बाहर की ओर निकाल दें और बाहर की ओर ही रोके रखें पेट के स्नयुओं को अंदर की ओर खेचें रखे वक्ष को बाहर की ओर रखते हुए कुछ देर रोकेंगे अर्थात बाह्य कुम्भक लगायेंगे इसके पश्चात श्वास धीरे-धीरे अंदर लेते हुए पसलियों को ऊपर उठाएँ और पेट को ढीला छोड़ दें। 

सावधानियाँ- योग शिक्षक के निर्देशन में ही करें।

लाभ- पेट के समस्त रोगों में लाभप्रद ।पाचन तंत्र को मजबूत करता है। पेटपर चर्बी जमा नही होने देता है। कब्ज व गैस में भी लाभकारी। शरीर को अध्भुत ऊर्जा का अहसास देता है।