Baddha Padmasana-बद्ध पद्मासन

सबसे पहले पद्मासन की स्थिति में आइए, फिर दाहिना हाथ पीछे ले जाकर दाहिने पैर का अंगूठा पकड़ लें ,और बाया हाथ पीछे ले जाकर बायां पैर का अंगूठा पकड़ लें ,साँस सामान्य बनाए रखे ,आँखे बंद रखे ,भ्रू – मध्य के बीच ध्यान को एकाग्र करें । इस अभ्यास को २ मिनट तक करें ।

बद्ध-पदमासन के फायदे

इस आसन  से थायरॉइड ग्रंथि ठीक ढंग से काम करने लग जाती है,  हाथ, गर्दन, कंधे,पीठ और टखने की मांसपेशियाँ ताकतवर तथा लचकदार बनती हैं।  शारीरिक दुर्बलताके लिए लाभदायक है ।  थकान दूर करने में भी बद्ध – पदमासन  है और इसके साथ साथ यह शरीर को चुस्त रखता है  ।