आयुर्वेद कहता है इन चीज़ों को न खाएं एक साथ, नहीं तो पड़ेगा पछताना
अगर खाना खाने के बाद आपके पेट में गैस बनती है या पेट संबन्धित अन्य बीमारी होती है, तो समझ लीजिये कि आप बेमेल खाना खाते हैं।
कहने का मतलब है कि अगर आप सही प्रकार के आहार को गलत प्रकार के आहार के साथ मिला कर खाते हैं तो, आपको कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं।
कोल्डड्रिंक और मिंट (पुदीना)
कोल्डड्रिंक पीने के बाद में मिंट च्विंगम या मिंट युक्त पान मसाला आदि बिल्कुल भी न खाएं। इन दोनों को मिलाने पर साइनाइड बनता है, जो कि जहर होता है।
आलू और टमाटर
टमाटर में एसिड होता है जो कि स्टार्च युक्त आहर जैसे, चावल या आलू खाने पर पेट में गैस और पेट की अन्य तकलीफें होती हैं।
बरगर और फ्रइाज़
अति से ज्यादा पकाया गया आहार और हाई लेवल का वसा, प्रिजर्वेटिव और अन्य कैमिकल मिला आहार एक साथ खाने पर चारकोल जैसा तत्व बन सकता है। फिर जब यह आलू की फ्राइज़ के साथ मिक्स होता है तब शरीर में सूजन पैदा होती है तथा एजिंग प्रोसेस शुरु हो जाता है।
प्याज और दूध
प्याज के साथ दूध के सेवन से कई तरह के त्वचा रोग जैसे दाद, खाज, खुजली, एगजिमा, सोराईसिस, आदि होने की संभावना होती है।
दही के साथ पराठा
दही के साथ पराठा या अन्य तली-भुनी चीजों को लेने पर दही फैट के पाचन में रुकावट पैदा करता है। इससे फैट्स से मिलने वाली एनर्जी शरीर को नहीं मिल पाती।
पशु प्रोटीन और स्टार्च
इन दोनों के एक साथ सेवन करने से पेट में गैस की समस्या, बेचैनी और पेट फूलने आदि की समस्या हो सकती है।
खाने के साथ फल या उसके बाद
फल पेट तथा आंत दृारा बहुत जल्दी ही शोषित कर लिये जाते हैं। जब हम फल को अनाज, मीट या सूखे पदार्थ के साथ खाते हैं तो यह पेट में लंबे समय तक पड़े रहते हैं और संडने या उनमें खमीर उठने लगता है। यह क्रिया आंत की दीवारों को डैमेज करती है तथा अन्य बीमारियां पैदा करती है।
खाने के साथ पानी कभी नहीं पीना चाहिये। पानी, पेट के एसिड की शक्ति को कम कर देता है, जिससे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट ठीक से पच नहीं पाता। इसलिये हमेशा खाना खाने के 10 मिनट बाद ही पानी पियें।