खुश रहने के 6 मूल मंत्र
1. स्माइल - सबसे अधिक जरूरी है आपका मुस्कुराना। परिस्थिति चाहे जैसी हो आपके चेहरे पर एक मुस्कान सजी रहेगी तो हर मुश्किल आसान लगने लगेेगी।
2. प्रेरणा - जिस व्यक्ति का काम अच्छा लगे उससे प्रेरणा लें। अखबार के अलावा किताबें पढ़ने की आदत डालें। हर व्यक्ति में अच्छी और बुरी बातें होती है। आप उसमें क्या देखते हैं और क्या सीखते हैं यह आप पर ही तो निर्भर करता है। हर व्यक्ति की अच्छी बातें सीखने और आत्मसात करने का प्रयास कीजिए।
3. रिलैक्स्ड रहें - दिन भर में पचासों ऐसे कारण सामने आते है जिनसे खीज होती है, स्वस्थ रहने के लिए बेहतर है कि यह खीज आपके साथ क्षण भर ही रहे। तुरन्त हर चीज पर नियन्त्रण पाने की कोशिश करें।
4. सकारात्मक लोगों के साथ रहें - आप के आस-पास के लोग सकारात्मक सोच वाले हों यह सबसे ज्यादा जरूरी है। नकारात्मक सोच वाले लोग अगर आसपास हो भी तो कोशिश करें कि उनकी सोच का आप पर असर ना पड़े।
5. दयालुता - आपका विश्वास आपको दिशा देगा। विश्वास करें और विश्वास जीतें यही खुश रहने का मूल मंत्र है। आत्मविश्वास से इसकी शुरूआत होती है।
6. ध्यान बांटे - जो बात आपकों ज्यादा परेशान कर रही है उससे अपना ध्यान हटा कर उन बातों की तरह कीजिए तो आपको अच्छी लगती है। अक्सर हम दूसरों से बहुत अधिक उम्मीद रखने लगते हैं और जब वे हमारी उन उम्मीदों के विपरीत व्यवहार करते हैं तो हमें दुख पहुचता है। अतः अपेक्षाओं को कम करें। जो अच्छा लगे वह सोचें। स्वस्थ्य रहने के लिए वैज्ञानिकों ने सिद्ध किया है परस्पर प्रेम ताकत देता है। प्रेम को विशाल बनाएं। आपको भी दूसरों से उतना ही प्यार मिलेगा। खुशी के लिए इससे बढ़कर और केाई दवा नहीं हो सकती।