पायरिया से राहत के लिए करें नीम की दातुन
नीम में छुपे गुणों का लाभ उठाने के लिए इसके बारे में जानना जरूरी है। यह जहां होता है, अपने आसपास के माहौल को शुद्ध और हमारी सेहत के अनुकूल बनाए रखता है। इसकी पत्तियां, टहनियां हमारी अनेक बीमारियों को दूर करने में दवा का काम करती हैं।
निबोली का चूर्ण सुबह के समय पानी के साथ लेने से बवासीर में लाभ होता है।
मच्छरों से बचने के लिए नीम के पत्तों का धुआं करना या नीम का तेल लगाना फायदेमंद होता है।
त्वचा से संबंधित समस्या है तो पानी में दो बूंद नीम का पानी मिला कर नहाएं। नीम का पानी तैयार करने के लिए आधा लीटर पानी में 50 ग्राम पत्तों को खूब उबालें और फिर छान कर एक बोतल में रख लें।
नीम के पत्तों को पीस कर पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाएं। थोड़ी देेर बाद चेहरा धोएं। कुछ समय तक नियमित रूप से ऐसा करें। त्वचा चमक जाएगी।
भूख न लगती हो या खाने की इच्छा न होती हो तो नीम की कोमल पत्तियों को घी में भून कर खाएं। भूख जग जाएगी और बदहजमी दूर होगी।
नीम के रस में सेंधा नमक मिला कर मंजन करने या इसकी कोंपलों को पानी में उबाल कर कुल्ला करने से दांतों की सभी बीमारियां दूर होती हैं।
किसी भी तरह का घाव भरने के लिए नीम के तेल में थोड़ा-सा कपूर मिला कर लगाने से लाभ होता है।
-वैद्य हरिकृष्ण पांडेय ’हरीश’