प्रकृति के सबसे बेहतर दर्दनिवारक हैं हीट और कोल्ड
-दर्द होने पर हीट और कोल्ड का कर सकते हैं प्रयोग।
-बर्फ रक्त के बहाव को रोकर सूजन कम करता है।
-जबकि हीट रक्त संचार बढ़ाकर दर्द को दूर करता है।
-घाव भरने या सूजन रोकने में भी ये दोनों हैं मददगार।
हीट और कोल्ड एक-दूसरे से बिल्कुल अलग नेचर के हैं, लेकिन इन दोनों में एक बहुत अच्छी समानता है और वह है हीलिंग की। इनके प्रयोग से मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द दूर हो सकता है। बर्फ, चोट तक पहुंचने वाले रक्त संचार को कम कर देता है, जिससे सूजन कम हो जाती है। इसी तरह अगर कोई पुराना दर्द बार-बार रह-रहकर उठता है तो हीट का उपयोग करें। हीट रक्त संचार को तेज करता है जो घाव में भरने में मदद करता है। इसलिए अगर दर्द से परेशान हैं तो दर्द वाले हिस्से की सिंकाई कीजिए। आइए इस लेख में हीट और कोल्ड का कब और कैसे प्रयोग करें, इसके बारे में बात करें।
कब करें हीट थेरपी का उपयोग
हीट ब्लड वेसल को खोलता है जो ब्लड फ्लो को बढ़ाता है और हड्डियों के जोड़ के दर्द तक न्यूट्रीएंट्स और ऑक्सीजन सप्लाई करता है जिससे मशल्स, लीगामेंट्स और टेंडन्स को आराम मिलता है। हीट की गर्माहट दर्द को जल्दी ठीक करने में भी मदद करता है। शरीर के टेंडंस और लीगामेंट्स को लचीला बनाने के लिए हीट से सप्ताह में तीन से चार बार शरीर की मालिश करने की जरूरत होती है।
कैसे करें हीट थेरपी का इस्तेमाल
हीट से शरीर को मसाज देने के लिए इलेक्ट्रिक या माइक्रोवेव हीटिंग पेड, हॉट वाटर बॉटल, जेल पैक्स का उपयोग कर सकते हैं या नहाने में गर्म पानी का इस्तेमाल कर किया जा सकता है। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि पानी या कोई भी चीज जिससे आप अपने शरीर को हीट मसाज देने वाले हैं वो ज्यादा गर्म ना हो। इसके लिए आप अपने चिकित्सक से भी सलाह ले सकते हैं कि आप अपने शरीर को मसाज देने के लिेए कौन सी हीट मसाजिंग चीज का उपयोग करें। अगर आपको ज्वाइंट पेन या क्रोनिक मशल्स की समस्या है तो हीट मसाज का उपयोग जरूर करें।
कब करें कोल्ड थेरपी का उपयोग
कोल्ड ट्रीटमेंट का उपयोग 24 से 48 घंटे के लिए दुर्घटना हो जाने या चोट लग जाने के बाद किया जाता है। कोल्ड थेरपी को उपयोग मोच लगने पर, चोट लग जाने पर या खरोंच लगने के स्थान पर किया जाता है। खेलते या लिफ्टिंग के वक्त आपको चोट लग गई है तो उसे ठीक करने का बेस्ट उपाय है कोल्ड थेरपी।
कैसे करें कोल्ड थेरपी का इस्तेमाल
कोल्ड थेरपी का उपयोग बर्फ या जेल पैक के जरिए किया जाता है। एक बार में इस थेरपी का उपयोग 20 तक किया जाता है। 20 मिनट से ज्यादा समय तक इस थेरपी का उपयोग ना करें। तौलिए या किसी कपड़े में बर्फ के टुकड़े को बांथ कर भी इस थेरपी का उपयोग कर सकते हैं।
अगर किसी तरह के दर्द और सूजन के उपचार को लेकर इन थेरेपी के बारे में दुविध है तो चिकित्सक या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।