बालों व त्वचा पर कैसे पड़ता है तनाव का असर
(आईएएनएस)| क्या आप तनाव और अवसादपूर्ण जिंदगी जी रहे हैं? तो थोड़ा ध्यान दें। अवसाद और तनाव आपके चेहरे और बालों से झलकता है।
त्वचा विशेषज्ञ और बाल एवं त्वचा संबंधी रोगों के उपचार केंद्र 'मेडलिंक्स' के बाल प्रत्यारोपण सर्जन पंकज चतुर्वेदी ने तनाव से त्वचा और बालों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया।
अगर आप बहुत ज्यादा चिंता करते हैं तो कभी खूबसूरत नहीं दिख सकते। खूबसूरत बालों और चेहरे का राज़ ही है शांत मन और तनाव रहित जिंदगी।
आइये जानते हैं कि तनाव लेने से चेहरे और बालों पर क्या क्या असर पड़ना शुरु हो जाता है। साथ ही ये भी जानेंगे कि तनाव को कैसे कम किया जा सकता है।
1. मुंहासे :
हमारी त्वचा और मस्तिष्क का गहरा रिश्ता है। जिस क्षण तनाव वाले हार्मोन निकलते हैं, त्वचा में तेल की उत्पत्ति बढ़ जाती है, जिस वजह से मुंहासे होते हैं।
2. बुढ़ापा :
तनाव या अवसाद ग्रस्त लोग आसानी से पकड़ में आ जाते हैं, क्योंकि झुर्रियां और काले घेरे जैसे बुढ़ापे के लक्षण उनके चेहरे पर उम्र से बहुत पहले ही दिखने शुरू हो जाते हैं।
3. बाल झड़ना :
तनाव के चलते रक्त कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे बालों की जड़ों को अपने विकास के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन एवं अन्य जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। अवसाद ग्रस्त लोग आमतौर पर पोषक तत्वों के अभाव में बाल गिरने की समस्या से जूझते हैं।
4. चेहरे में रूखापन
तनाव से त्वचा में नमी की कमी हो जाती है, जिससे उसमें रूखापन, हाइपरपिगमेंटेशन, सूजन और एक्ने हो जाते हैं। इसके अलावा त्वचा में छोटे छोटे दाने उभर आते हैं।
5. झुर्रियां:
स्ट्रेस हार्मोन, ब्लड प्रेशर और पल्स रेट को बढाता है। साथ ही यह खून की धमनियों को सिकोड़ देता है, जिससे कि खून त्वचा में न पहुंच कर अन्य अंगों तक चला जाता है। इससे मासपेशियां तनाव में आ जाती हैं और त्वचा ढीली पड़ कर झुर्रियों से भर जाती है।----
1. बढ़िया सी मसाज कराएं :
यह आपके शरीर को आराम देने और अवरुद्ध ऊर्जा तंत्रिकाओं को खोलने में मदद करेगी।
2. व्यायाम करें :
कसरत आपको प्रेरित करती है और आपका मूड ठीक करती है। यह आपको ऊर्जावान बनाने में मदद करती है। व्यायाम स्वस्थ काया की कुंजी है।
3. रोजाना 15-20 मिनट ध्यान लगाएं :
ध्यान सुविधानुसार किसी भी समय और जगह पर लगाया जा सकता है। एकांत में शांति से बैठकर आप अपने विचारों पर ध्यान दे सकते हैं। इससे तनाव भगाने में मदद होगी।
4. नियमित अंतराल पर पौष्टिक खाना खाएं :
बादाम, जामुन और साल्मन (मछली की किस्म) तनाव दूर करने में सहायक हैं।
5. आठ घंटे की नींद जरूरी :
नींद की कमी से खीझ और चिड़चिड़ापन होता है। तनाव भगाने के लिए नींद से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।