महिलाओं की सेहत के लिए 7 विटामिन्स
सुबह से लेकर रात तक की दिनचर्या में महिलाएं हर तरह की जिम्मेदारियां निभाती हैं, लेकिन कई बार वे अपने स्वास्थ्य के प्रति उतनी सजग नहीं होती। जितना वे शरीर से काम लेती हैं, उतना ध्यान नहीं रख पातीं, जिससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए जरूरी हैं, कि महिलाएं अपनी डाइट में कुछ जरूरी पोषक तत्वों को अनिवार्य रूप से शामिल करें। आइए जानते हैं कौन से हैं वे पोषक तत्व जो महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है-
1 आयरन - शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आयरन बेहद आवश्यक होता है, जिससे शरीर में उर्जा को बनाए रखता है और खून की कमी नहीं होने देता। इसके अलावा मस्तिष्क को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए आयरन को अपनी डाइट में शामिल करना बहुत जरूरी है।
2 कैल्शियम - हड्डियों को मजबूत रखने और ब्लडप्रेशर को नियंत्रित कर सामान्य बनाए रखने के लिए शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कैल्शियम प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के खतरे को भी कम करता है। यह दांतों और नाखूनों को मजबूत रखने के लिए जरूरी होता है।
3 फॉलिक एसिड - फॉलिक एसिड महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और कोलोन कैंसर की संभावनाओं को कम करता है। इसके अलावा यह गर्भावस्था के शुरूआती महीनों में ही सेहत के लिए आवश्यक होता है। हरी सब्जियां, खास तौर से पालक, दाल व शतावरी के सेवन से फॉलिक एसिड की पूर्ति की जा सकती है।
4 विटामिन बी 6 - यह विटामिन आपकी नींद और भूख को नियंत्रित करने में मदद करेंगा। साथ ही आपके नर्वस सिस्टम को सुचारू रूप से काम करने में बेहद सहायक सिद्ध होगा। यह आपके मूड को भी बेहतर बनाए रखेगा। शकरकंद, केले जैसी चीजें इसकी पूर्ति में आपकी मदद सकती हैं।
5 विटामिन बी 12 - यह विटामिन आपको अत्यधिक थकान से बचाने में सहायक होगा। इसके अलावा यह लाल रक्त कोशिकाओं, हीमोग्लाेबिन के निर्माण में भी सहायक है। दही और अंडे को अपनी डाइट में शामिल कर आप इसकी पूर्ति कर सकते हैं। अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं, तो मीट कर इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
6 विटामिन डी 3 - दांतों, हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में यह आपकी मदद करता है। इसके अलावा यह ब्रेस्ट कैंसर और गर्भाशय के कैंसर से भी आपकी रक्षा करता है।
7 विटामिन सी- विटामिन सी आपकी त्वचा से लेकर बाल, आंखों और पूरे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। यह रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर रोगों से लड़ने में आपकी मदद करता है।