सार्थक जीवन जीने की कला है योग
Submitted by amit on Mon, 07/27/2015 - 14:22इंसान की मौलिक प्रवृत्तियों पर अगर आप गौर करें तो पाएंगे कि उसके पास अभी जितना कुछ है, वह उससे अधिक पाना चाहता है। लोग जिन चीजों की इच्छा करते हैं, वह अलग-अलग होती हैं। अगर आपका खिंचाव पैसे की ओर है तो आप अधिक पैसा कमाने की सोचेंगे। अगर आपने ज्ञान अर्जित किया है तो आप और ज्ञान बटोरना चाहेंगे। चाह
चिंता-विकार से उभरने में योग: ९ सुझाव
Submitted by amit on Mon, 07/27/2015 - 13:48चिंता एवं तनाव से राहत - योग पद्धति के द्वारा !