Ardha -Chakra Asana - अर्ध- चक्रासन
विधि-सर्वप्रथम सीधे खड़े हो जाइए। पैरों को पास,हाथों को पास अब हथेलियों को कमर पर रखिए ।अंगूठों को कमर के निचले हिस्से पर रखिएगा।
पीठ को सहारा दीजिए ।साँस लेते हुए पीछे की ओर झुकिए। कुछ देर रुकिये।
रुकने की स्थिति में साँस सामान्य बनाए रखेंगे। धीरे से वापिस आ जाइए।
लाभ-मेरुदण्ड लचीली होती है ।सिर में रक्त संचार तेज होता है। कमर दर्द में लाभप्रद है। कमर की चर्बी को कम करता है।पेट के रोगों मे भी लाभ देता है। गर्दन की मासपेशीयाँ मजबूत होती हैं।
Halasana (Plough Pose)-हलासन
इस आसन में आकृति हल के समान बनती है इसलिए इसे हलासन कहते हैं।
विधि-
सर्वप्रथम सीधे पीठ के बल लेट जाइए हाथों को शरीर के बराबर ज़मीन से सटा कर रखिए। पैरों व पंजो को मिला लीजिए ।अब धीरे धीरे दोनो पैरों को ६० डिग्री -९० डिग्री पर उठाते हुए सिर के पीछे फर्श पर लगा दीजिए। पैरों को बिल्कुल सीधा रखिएगा ।हाथों ज़मीन पर ही सीधा रखेंगे।
ठोडी को सीने से सटा लीजिए। कुछ देर इसी स्थिति में रुकिये ।साँस सामान्य बनाए रखिएगा।
अब धीरे से पैरो को घुटनो से सीधा रखते हुए वापिस लाइए।
शवासन में आराम।