भोजन पूरी तरह स्वास्थ्यवर्धक होता है; लेकिन फिर भी हम कई बार गलती करते हुए इसे फेंक देते हैं। हम ऐसा मान लेते हैं कि ये भोजन बहुत ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक नहीं होते हैं और इसे फेंकने का नियम बना देते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि आप जिस भोजन को खराब मानते हैं उसमें वाकई में कितने गुण होते
क्या आप को इन दिनों ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है? अगर हां, तो फिर आपको यह आर्टिकल जरुर पढ़ना चाहिये क्योंकि आज हम आपको वेजाइनल डिस्चार्ज का आसान इलाज बताएंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के अनुसार दुनिया की कुल पॉपुलेशन का छठा हिस्सा एनीमिया से ग्रस्त है। एनीमिया यानी बॉडी में खून की कमी। यह समस्या महिलाओं में अधिक पाई जाती है। हमारे देश में हर तीन में से एक महिला एनीमिया की शिकार है। लगभग 57.8 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित रहती हैं। इनमें स
सर्दियों का सीजन आते ही तमाम तरह की सब्जियां भूख के साथ ही लालच भी बढ़ा देती हैं जिससे कई बार जरूरत से ज्यादा खाना खा लेते हैं। हालांकि सर्दियों में डाइजेशन की उतनी प्रॉब्लम नहीं होती लेकिन कैलोरी और कोलेस्ट्रॉल तो बढ़ता ही है। हेल्दी खाने के साथ ही अनहेल्दी आदतों से कैसे दूर रहा
आज की लाइफस्टाइल के कारण डायबिटीज का खतरा बढ़ गया है। आज यह किसी को भी हो सकती है। लेकिन डायबिटीज होने से पहले बॉडी कुछ ऐसे संकेत देती हैं, जिन्हें समझकर हम इस बीमारी से बच सकते हैं। आज 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे के मौके पर हम जानते हैं ऐसे ही 5 संकेतों के बारे में :<
मिनेसोटा (अमेरिका)। हमारे यहां माना जाता है कि जवानी में खाया-पिया बुढ़ापे में काम आता है। अब यह बात एक रिसेंट अमेरिकी रिसर्च में भी प्रूव हो गई है। अमेरिका में पब्लिश हुई इस स्टडी के मुताबिक जो युवा यंग एज में ज्यादा फ्रूट्स और वेजिटेबल्स खाते हैं, उन्हें ओल्ड एज में दिल की बिमारी होने का खतरा क
लाइफस्टाइल डेस्कः महिलाओं के लिए पीरियड्स हर महीने होने वाला एक नेचुरल प्रोसेस है जो 4 से 5 दिनों तक रहता है। इस दौरान मूड स्विंग होने के साथ ही पेट में भयंकर दर्द होने की शिकायत भी ज्यादातर महिलाओं के साथ होती है। कई बार ये दर्द इतना बढ़ जाता है कि दवा खाने और हॉस्पिटल जाने की न
-दर्द होने पर हीट और कोल्ड का कर सकते हैं प्रयोग।
-बर्फ रक्त के बहाव को रोकर सूजन कम करता है।
-जबकि हीट रक्त संचार बढ़ाकर दर्द को दूर करता है।
-घाव भरने या सूजन रोकने में भी ये दोनों हैं मददगार।
बादाम: रोजाना बादाम के 8-10 दाने भिगोकर खाने से न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है, बल्कि इससे दिमाग को तनाव से लडने की शक्ति भी मिलती है। विटामिन ई शरीर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले नैचरल किलर सेल्स को बढाने में मदद करता है, जो विषाणुओं और कैंसरयुक्त कोशिकाओं को न
फूल न केवल हमारे वातावरण को महकाते हैं, बल्कि इनके जरिए कई तरह की शारीरिक, मानसिक और सौंदर्य समस्याओं को हल किया जा सकता है। जी हां, फूलों से हर समस्या का समाधान संभव है, फ्लॉवर थैरेपी द्वारा। अगर आप नहीं जानते, तो हम बता रहे हैं, फ्लॉवर थैरेपी से कैसे होता है स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान। जानने